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पटना: किसान आंदोलन के समर्थन में शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) आरजेडी के पटना के गांधी मैदान में धरना कार्यक्रम की जिला प्रशासन के अनुमति नहीं मिलने के बाद आरजेडी और कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता गांधी मैदान के बाहर ही धरने पर बैठ गए.
आरजेडी (RJD) की ओर से शनिवार को पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के पास धरना कार्यक्रम का आयोजन किया जाना था. कार्यकर्ताओं के पहुंचने के बाद जिला प्रशासन ने कार्यकर्ताओं को बाहर निकालकर गांधी मैदान सील कर दिया, जिससे आरजेडी के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए. जिला प्रशासन का कहना है कि गांधी मैदान धरना स्थल नहीं है.
इसके बाद आरजेडी के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और गांधी मैदान के गेट नंबर 4 के पास धरने पर बैठ गए. आरजेडी नेता वृषिण पटेल ने कहा कि हमलोग गांधी प्रतिमा के पास संकल्प करने जाने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने तुगलकी फरमान के तहत अनुमति नहीं दी. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के आंदोलन को कुचलना चाहती है.
इधर, आरजेडी किसान प्रकोष्ठ के सुबोध यादव ने कहा कि कृषि कानून के खिलाफ आरजेडी किसानों के साथ है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार तुगलकी फरमान के जरिए किसानों को दबाना चाहती है. इधर, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी गांधी मैदान के बाहर पहुंच गए हैं और धरने में शामिल हुए हैं.
इससे पहले तेजस्वी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा,”गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे है उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति को कैद कर लिया ताकि गांधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गांधी जी के समक्ष संकल्प ना ले सके. नीतीश जी, वहां पहुंच रहा हूं. रोक सको तो रोक लीजिए.” (इनपुट: IANS)
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