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हेमंत सुमन, कोटा: स्ट्रॉबेरी (Strawberry) नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है. आमतौर पर स्ट्रॉबेरी (Strawberry) की खेती ठंडे प्रदेशों में होती है लेकिन कोटा (Kota) जिले के एक युवा किसान ने अपनी मेहनत और लगन से अपने खेत में स्ट्रॉबेरी (Strawberry) की फसल लगाई है. इन दिनों फसल में लगे स्ट्रॉबेरी (Strawberry) के फल आने लगे हैं. विदेश में पले इस युवा किसान के इस नवाचार को देखने आसपास के भी कई संख्या में लोग युवा किसान से मिलने पहुंच रहे हैं.
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गांव में नया करने का जुनून
कोटा जिले के मोईकलां के युवक वत्सल जोशी ने विदेश में रहकर शिक्षा ली लेकिन गांव की माटी का लगाव उन्हें गांव में खींच लाया. बचपन से नाईजीरिया, नेपाल और मिश्र में रहने वाले वत्सल ने अपने पैतृक गांव में रहना शुरू किया तो कुछ नया करने की भी मन में ठानी. परिजनों की मदद और प्रेरणा मिली तो उन्होंने अपने खेत में ही स्ट्रॉबेरी (Strawberry) की फसल लगाने की ठानी.
इंटरनेट से सीखी किसानी
वत्सल को स्ट्रॉबेरी की खेती करने में सबसे बड़ी दिक्कत थी. जानकारी का अभाव लेकिन वत्सल ने इंटरनेट की मदद से इसको भी दूर कर दिया. वत्सल ने इंटरनेट पर सर्च कर सारी जानकारी जुटाई. सारी जानकारी जुटाने के बाद उन्होंने अपने खेत में स्ट्रॉबेरी (Strawberry) की फसल लगाई. इन दिनों में पौधों में स्ट्रॉबेरी (Strawberry) के फल आने लगे हैं.
फसल की हाइटेक देख-रेख
फसल की सुरक्षा और निगरानी भी जरूरी है. दिन-रात खेतों में रहना भी मुमकिन नहीं है. ऐसे में वत्सल ने पूरे खेत पर हाईटेक निगरानी की व्यवस्था भी की है. वन्यजीव फसल को नुकसान नही पहुंचा सके, इसके लिए खेत के चारों तरफ साइरन और सेंसर लगाया है. कोई भी वन्यजीव खेत के आसपास लगी जाली से 10 फीट की दूरी पर आएगा, सेंसर काम करने लग जाएगा और साइरन बजने लगेगा. इतना ही नहीं, साइरन की आवाज को घर बैठे मोबाइल पर भी सुना जाएगा.
खेत में पहुंच रहे आसपास के लोग
पहले ऐसी मान्यता थी कि इसकी पैदावार ठंडे प्रदेशों में ही संभव है, लेकिन अब अपेक्षाकृत गर्म प्रदेशों में भी इसकी पैदावार हो रही है. बेहद नाजुक, खाने में हल्का खट्टा और मीठा स्वाद लिए स्ट्रॉबेरी का फल अपनी एक अलग ही खुशबू के लिए पहचाना जाता है, जिसका फ्लेवर कई सारी आइसक्रीम आदि में किया जाता है. इसमें कई सारे विटामिन और लवण होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होते हैं. इसमें काफी मात्रा में विटामिन सी और, विटामिन ए और के पाया जाता है.
कॉपी- रमाशंकर
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