- पांच दिन पहले खाद्य अधिकारियों ने छापा मारकर लिया था सैंपल
- पांच में से चार सैंपल में मिलावट पकड़ी गई थी
उज्जैन में गुरुवार को प्रशासन ने मिर्ची पावडर में बुरादा मिलाने वाली फैक्ट्री पर जेसीबी चला दी। प्रशासन की इस कार्रवाई से मिलावटखोरों में हड़कंप मचा है। कार्रवाई को रोकने के लिए भाजपा के एक पूर्व पार्षद के पति कुछ नेताओं को लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन उनकी एक न चली। देखते ही देखते फैक्ट्री मलबे में तब्दील हो गई।
एसडीएम आरएम त्रिपाठी ने बताया कि गढ़कालिका मंदिर के पीछे महेश पोरवाल नाम के एक व्यवसायी की मसाले की फैक्ट्री है। शिकायत मिलने पर 21 नवंबर को खाद्य अधिकारियेां ने वहां से मिर्च पावडर के पांच सैंपल लिए थे, जिस राज्य प्रयोगशाला परीक्षण के लिए भेजा गया था। जांच में पांच में से चार सैंपल में मिलावट पाई गई। इसी आधार पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई।
फैक्ट्री से बोरियों में मिला बुरादा
गुरुवार को जब अधिकारियों की टीम कार्रवाई के लिए पहुंची तो फैक्ट्री के एक कमरे में बोरियों में लाल बुरादा भरा मिला। माना जा रहा है कि यही लाला बुरादा लाल मिर्च पावडर में मिलाया जाता था। जो आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
किराए की भूमि पर बनी थी फैक्ट्री
एसडीएम ने बताया कि फैक्ट्री एक साल से किराए की भूमि पर चल रही थी। यह भूमि रामप्रसाद के नाम दर्ज है, जो सिंहस्थ क्षेत्र में है। फैक्ट्री मालिक महेश पोरवाल ने सिंहस्थ क्षेत्र में रोक के बावजूद स्थाई निर्माण कर लिया था। कार्रवाई के दौरान एसडीएम के अलावा सीएसपी एआर नेगी, जीवाजीगंज टीआई मनीष मिश्र व नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे।