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पटना: 16 नवंबर को बिहार में नई सरकार का गठन हुआ. लेकिन अभी तक एक भी कैबिनेट की बैठक नहीं हुई है. बस सत्र शुरू होने से पहले एक बैठक 17 तारीख को बुलाई गई थी, 7 दिसंबर बीतने को है लेकिन अभी तक कैबिनेट की बैठक नहीं हुई है. अब इसको लेकर बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है.
कैबिनेट के बैठक नहीं होने पर विपक्ष के द्वारा उठाए जा रहे सवाल को लेकर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा, ‘ हम लोगों को होटवार जेल से इजाजत नहीं लेना पड़ता है. बल्कि यह सामाजिक प्रक्रिया है. विपक्ष को विधानसभा चुनाव में जो जनादेश का मातम मिला है वह जान ले कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यप्रणाली पर दुनिया में विमर्श होता है. विपक्ष क्या सवाल उठाएगा. विपक्ष की सरकार के समय में कैबिनेट किस चिड़िया का नाम है उनके मंत्री को भी पता नहीं था.’
BIHAR: कैबिनेट की बैठक में देरी पर दंगल, 20 दिन में नीतीश कैबिनेट की सिर्फ एक बैठक.@NitishKumar pic.twitter.com/b45YcN2JiQ
— Zee Bihar Jharkhand (@ZeeBiharNews) December 7, 2020
वहीं, बीजेपी प्रवक्ता अरविंद्र सिंह ने कहा कि कैबिनेट की बैठक का विषय नहीं है. बल्कि विषय यह है कि सरकार सुचारू रूप से चल रहा है. बिहार में विकास के सभी कार्य हो रहे हैं. कैबिनेट की बैठक मुख्यमंत्री और सरकार के हिसाब से होता है. सरकार विकास कार्यों में लगी है और विपक्ष विकास के कार्य को बाधित करने में लगा है.
इधर, आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ’16 नवंबर को सरकार का गठन हुआ. फॉर्मेलिटी के तौर पर एक कैबिनेट की बैठक हुई. लेकिन आज तक एक कैबिनेट की बैठक सरकार नहीं कर पाई है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार के अंदर किस तरह के मतभेद हैं. कुछ ना कुछ गड़बड़ है इसलिए सरकार कैबिनेट की बैठक नहीं कर पा रही है.’
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