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जयपुर: राजस्थान में पंचायत चुनाव परिणाम को केंद्रीय कृषि बिलों से जोड़कर देखा जा रहा है. चुनाव परिणाम से उत्साहित केंद्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा नेताओं ने कहा कि पंचायत चुनावों में भाजपा को मिला बहुमत इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश का किसान कृषि कानून (Agricultural Law) के साथ हैं. वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने भाजपा नेताओं के बयानों को सिरे से नकार दिया है.
दरअसल, राजस्थान में पंचायत चुनाव परिणामों में भाजपा ने कांग्रेस से ज्यादा सीटें हासिल की है. कांग्रेस पंचायत चुनाव के दौरान कृषि कानूनों के विरोध पर समर्थन हासिल करने उतरी थी, वहीं भाजपा ने कृषि कानून को किसानों के हित में बताया था. अब परिणाम के बाद उत्साहित भाजपा नेताओं का कहना है कि राजस्थान के किसानों ने आंदोलन का समर्थन नहीं किया, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की नीतियों को स्वीकार किया.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shehkhawat) ने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर किसानों के बीच भ्रम और उहापोह की स्थिति पैदा की जा रही थी. किसानों ने कांग्रेस के इस छल को नकार दिया है. शेखावत ने कहा कि राज्य के बंद का इतिहास देखा जाएगा तो सबसे असफल बंद है. राज्य सरकार के कैबीनेट मंत्री भी बंद करवाने घूमते रहे, इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति नहीं हो सकती.
वहीं, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कृषि कानूनों से किसानों को नहीं बल्कि व्यापार से जुड़े नेताओं और मंडी में खरीद-फरोख्त करने वालों को परेशानी हो रही है. राजस्थान में कहीं भी किसान आंदोलन नहीं दिखा. कटारिया ने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास पर तंज कसते हुए कहा कि ‘भाषण तो कोई भी ठोक सकता है, लेकिन किसान का स्वरूप नहीं ले सकता.’
दूसरी ओर भाजपा नेता पंचायत चुनावों में मिली जीत को मोदी के किसानों के प्रति नीतियों को बताया है. राजस्थान अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि बीजेपी की ग्रामीण विकास की नीतियों की जीत है, पीएम मोदी के किसानों के प्रति विकसित सोच की जीत है. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस ने कानूनों के नाम पर किसानों को बरगलाने का काम किया. पंचायत चुनाव परिणाम से यह तय हो गया है कि राजस्थान का किसान कांग्रेस के खिलाफ पूर्णत अपना मोह भंग कर चुका है.
कुल मिलाकर भाजपा पंचायत चुनावों को किसानों का कांग्रेस से मोहभंग होने और केंद्र सरकार की नीतियों के समर्थन में आने की बात कह रही है. वहीं, राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इसे भाजपा नेताओं की कथनी करनी में अंतर बताया. खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने हर वर्ग के लिए काम किया है. फिर भी पंचायत हार के कारणों पर मंथन किया जाएगा.
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